

ईटी फूड एक्सपो 2025 कार्यक्रम में गुरुग्राम में शुभम तिबरेवाल ने एक सशक्त संदेश दिया —
“सस्टेनेबिलिटी समझौते का विषय नहीं है, यह बाजार में अलग पहचान बनाने वाला तत्व है।”
उन्होंने कहा कि जहाँ उद्योग मूल्य निर्धारण पर काम कर रहा है, वहीं जिम्मेदारी से कार्य करना भी उतना ही आवश्यक है। नैतिक, बाजार और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से देखा जाए तो खाद्य पैकेजिंग में प्लास्टिक के बड़े उपयोग को बदलना अब विकल्प नहीं, बल्कि आवश्यकता है।