
इस महीने वेद द्वारा एक रोमांचक Innovation Workshop आयोजित की गई, जिसमें विभिन्न संघों से चुने गए साथियों ने भाग लिया। इस कार्यशाला का उद्देश्य था — सोच को नया मोड़ देना, टिकाऊ समाधानों पर चर्चा करना और पैका के भविष्य को नया आकार देना।
इसके बाद, सात बड़े नवाचार प्रोजेक्ट्स पेश किए गए — जो टिकाऊपन, सर्कुलर इकोनॉमी और बेहतर परफॉर्मेंस को केंद्र में रखते हैं।
यह रहे उन 7 परियोजनाओं की एक झलक:
♻️ 1. वेस्ट वेलोराइजेशन
क्या वाकई में कोई भी चीज़ बेकार होती है? इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य है: लाइम स्लज जैसे बायप्रोडक्ट्स को उपयोगी और मूल्यवान उत्पादों में बदलना।
🔹 अपशिष्ट को मूल्यवान संसाधनों में बदलने के रास्ते तलाशना
🔹 पर्यावरणीय बोझ और निपटान की चुनौतियों को कम करना
🔹 इंडस्ट्रियल वेस्ट से इन-हाउस ग्रीन विकल्प विकसित करना
🔹 सर्कुलर मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना
प्रेरणा: जैसे गन्ने के बगास से पेपर बनता है या यूज़्ड कुकिंग ऑयल से बायोडीजल — वैसी ही संभावनाएं हमारी प्रक्रिया में भी खोजी जा रही हैं।
📦 2. फ्लेक्सिबल पैकेजिंग पेपर
फोकस: बगास + सॉफ्टवुड फाइबर के मिश्रण से बना पेपर, जिसमें नॉन-मेटलाइज्ड बैरियर कोटिंग होती है।
🔹 प्लास्टिक-फ्री, कंपोस्टेबल और रीसायक्लेबल
🔹 कृषि और वानिकी अपशिष्ट का उपयोग
🔹 फूड, पर्सनल केयर और रिटेल पैकेजिंग के लिए उपयुक्त
🔹 कार्बन फुटप्रिंट में कमी और सर्कुलर इकोनॉमी को बढ़ावा
यह पैकेजिंग का वो भविष्य है जहाँ परफॉर्मेंस और पर्यावरण एक साथ चलते हैं।
🌾 3. वैकल्पिक फाइबर्स
बगास की मांग बढ़ने के साथ, यह प्रोजेक्ट पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों की खोज पर केंद्रित है।
🔹 गेहूं के भूसे, धान के पुआल, भांग, बाँस, कॉटन लिंटर, केले के रेशे और हाथी घास जैसे विकल्पों की खोज
🔹 सभी विकल्प नवीकरणीय, बायोडीग्रेडेबल और जलाने से होने वाले प्रदूषण को कम करने वाले
🔹 ये मजबूत और टिकाऊ पेपर के लिए उपयुक्त फाइबर्स प्रदान करते हैं
यह सिर्फ पर्यावरण ही नहीं, किसानों के लिए आर्थिक अवसर भी पैदा करता है।
🍱 4. रिगिड और फूड डिलीवरी सर्विसेस
यह प्रोजेक्ट फूड डिलीवरी और क्यूएसआर (Quick Service Restaurants) के लिए टिकाऊ मोल्डेड फाइबर उत्पादों के निर्माण पर केंद्रित है।
🔹 लीक-प्रूफ फूड डिलीवरी कंटेनर
🔹 अमेरिकी बाजार के लिए डिज़ाइन किए गए क्लैमशेल बॉक्स
🔹 मल्टी-कंपार्टमेंट मील ट्रे
🔹 कप्स, ढक्कन और कटलरी
साथ ही, मौजूदा उत्पादों को हल्का और ज्यादा मजबूत बनाने पर भी काम हो रहा है।
🌍 5. इकोलॉजी (जल, वायु और कार्बन लक्ष्य)
पैका ने पर्यावरणीय प्रदर्शन में बेंचमार्क सेट करने का संकल्प लिया है:
🔹 जल उपयोग: 20 m³/टन से कम – वर्ल्ड क्लास स्तर
🔹 वायु गुणवत्ता: PM10 स्तर 100 ppm से कम
🔹 कार्बन उत्सर्जन: नेट-न्यूट्रल लक्ष्य के साथ Net Zero रोडमैप
यह परियोजना केवल अनुपालन नहीं, बल्कि एक स्थायी भविष्य के लिए रणनीतिक निवेश है।
🧪 6. ग्रीन केमिस्ट्री
यह प्रोजेक्ट बगास को पेपर में बदलने की प्रक्रिया में ग्रीन केमिस्ट्री सिद्धांतों को अपनाता है।
🔹 क्लीन कुकिंग: एंजाइम और एडिटिव्स से रासायनिक उपयोग कम करना
🔹 इको-फ्रेंडली ब्लीचिंग: क्लोरीन-फ्री प्रक्रिया (ECF) की ओर बढ़ना
🔹 फाइबर मज़बूती: एंजाइम आधारित सुधार से ताकत बढ़ाना
यह कम प्रदूषण, कम ऊर्जा और ज्यादा मज़बूत पेपर की ओर एक ठोस कदम है।
🛍️ 7. रैप एंड कैरी
🔹 रैप पेपर:
हमारे मौजूदा फूड रैपिंग पेपर में ऑयल रेसिस्टेंस की संभावना को परखा जा रहा है — हिट एंड ट्रायल के ज़रिये, ताकि बर्गर, समोसे जैसी तैलीय चीज़ों के लिए परफॉर्मेंस सुधारी जा सके।
🔹 कैरी पेपर:
GSM (40–60), BF (>30) और TF (>75) जैसे पैरामीटर के ज़रिये स्ट्रेंथ को बढ़ाया जा रहा है, ताकि यह कैफे, बेकरी और डिलीवरी में भरोसेमंद साथी बन सके।